पश्चिमबंगाल की राजनीति गरमाई तृणमूल पार्टी के वरिष्ठ नेता और परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अपने पद से दिया इस्तीफा ।
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसी अटकले हैं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इसे लेकर कोई पुष्ट जानकारी नहीं है।
इससे पहले उन्होंने सरकारी निगम के पद से इस्तीफा दिया था। कई महीने से विद्रोही रुख दिखा रहे अधिकारी ने खुद को मनाने के लिए की जा रही कोशिशों के बीच अचानक हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नरेट (एचआरबीसी) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी ने भी उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया था।
दरअसल मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को बांकुरा में आयोजित एक रैली में खुद को राज्य के सभी जिलों का इकलौता पार्टी ऑब्जर्वर घोषित किया था। सुवेंदु के करीबी सूत्रों के मुताबिक, कई जिलों में ऑब्जर्वर की भी जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी को ममता की घोषणा पसंद नहीं आई है और उन्होंने इस्तीफा देकर अपना मौन विरोध प्रकट किया है।
35 से 40 सीटों पर है सुवेंदु अधिकारी का प्रभाव
बता दें कि सुवेंदु अपने गृह जिले पूर्वी मिदनापुर के अलावा पश्चिमी मिदनापुर, बांकुरा, पुरुलिया, झारग्राम और बीरभूम जिले के कुछ भागों में करीब 35 से 40 विधानसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं। ऐसे में अगले साल अप्रैल-मई में संभावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर टीएमसी पिछले रास्ते से उन्हें मनाने की कोशिश भी कर रही है।

इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ सांसद सुदीप बंदोपध्याय और सांसद सौगत राय को सौंपी गई है, जो सुवेंदु के साथ दो बार वार्ता कर चुके हैं। लेकिन अभी तक वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।
News Source & content : Amar Ujala