रायगंज:- गलत इंजेक्शन के कारण सेवानिवृत्त डॉक्टर की मौत।
एक रिटायर्ड डॉक्टर को गलत इंजेक्शन लगने से मौत हो गई। घटना में “रायगंज मेडिकल कॉलेज और अस्पताल” पर आरोप लगाया गया हैं।
हालांकि, अस्पताल अधिकारियों ने स्पष्ट बयान दिया, “इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई। उनकी शारीरिक स्थिति बिगड़ने पर उन्हें रेफर किया गया था”।
परंतु, मरीज के परिजनों ने उन डॉक्टर्स की बात नहीं मानी।”उनकी लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो गई” ऐसा परिवारजनों का कहना हैं।
घटना से रविवार दोपहर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, मृतक डॉक्टर का नाम शशिभूषण प्रसाद है। वह असम में कोल इंडिया में एक नेत्र रोग विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे थे। पता चला है कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें शुक्रवार रात रायगंज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर कल रात इंजेक्शन दिया गया।तद्पश्चात उनकी मृत्यु हो गई।
मृतक डॉक्टर की पत्नी मायादेवी ने आरोप लगाया कि “सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें शुक्रवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार की सुबह तक वह सभी से बातें कर रहे थे। जब एक नर्स ने रात में उन्हें एक इंजेक्शन दिया। उस के बाद उन्हें बेहोशी छाने लगी। थोड़ी देर में ही मेरे पति की मृत्यु हो गई।
मृतक के बेटे सूरज श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि पिता को अच्छे सवास्थ्य के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिता को कल दिए गए इंजेक्शन का कोई ज्ञान नहीं है। सूरज ने दावा किया कि नर्सों और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मेरे पिता की मृत्यु हो गई थी।
मेडिसीन विभाग के एक डॉक्टर के अनुसार, “सेवानिवृत्त डॉक्टर को दिल का दौरा पड़ने के साथ-साथ ब्रेन स्ट्रोक भी हुआ। उन्हें कहीं और मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था,परन्तु उन्हें नहीं ले जाया गया। इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई। मरीज के परिजनों की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो गई”।
रायगंज मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राचार्य प्रियांकर रॉय ने कहा, “मरीज के परिजनों ने जो आरोप लगाया था कि इलाज में कोई लापरवाही हुई हैं, वह बिल्कुल सही नहीं है।”