सिलीगुड़ी ; पाकृति व पशु प्रेमियों के सिलीगुड़ी में मिल रही है नयी विकल्प !
पर्यटकों में मशहूर ओर आकर्षण का केंद्र जलदापाड़ा और गोरुमारा की तरह सिलीगुड़ी संलग्न सुकना महानंदा अभयारण्य में एक नया आकर्षण का केंद्र पर्यटकों को मिल रही है ,
सभी वन व पशु प्रेमियों को एक नई सफारी शुरू की गई है आपको बता दे कि इस सफारी में विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों को देखा जाएगा, लेकिन फिलहाल, वन विभाग ने 1 घंटे की समय सीमा बनाइ है जिसके तहत पर्यटक सफारी में वन्यजीवों, जंगलों और पहाड़ों की सुंदरता को देखने का मौके 1घण्टे के लिए ही समय मिलेगा ,

आज इस नई सफारी का उद्घाटन वरिष्ठ वन पदअधिकारियों के मौजुदगी में किया गया है।
इस दौरान राज्य के मुख्य वन अधिकारी (वन्यजीव) बिनोद कुमार यादव, उत्तरबंग के मुख्य वन अधिकारी (वन्यजीव) राजेंद्र जाखड़, पद्मजा नायडू चिड़ियाघर के निदेशक धरमदेव राई समेत अन्य वन अधिकारी उपस्थित थे।
इस सफारी के लुफ्त के लिये सभी पर्यटकों को टिकट सुकना वन कार्यालय या ऑनलाइन (wbsfda.org) से खरीदे जा सकेगी
एक टिकट की कीमत 300 रुपये है तय की गई है , अभी सफारी के लिए एक बस लाई गई है।बस में 28 लोगों के लिए बैठने की जगह है, लेकिन कोरोना के कारण एक बार में 20 लोग सफारी कर सकते हैं।

सफारी सुबह 8 बजे से 8.45 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक होगी। एक घंटे की सफारी में वॉच टॉवर से जंगल का दृश्य देखने के साथ ही हिरण, बाइसन, विभिन्न पक्षी और तेंदुए को देखने का अवसर मिलेगा।
अधिकारियों द्वारा बताया गया कि यदि यह सफारी लोकप्रिय हो जाती है तो कई और सफारी चालु हो सकती है। आजअंदर मनोडिया वॉच टॉवर के सामने से कई पक्षियों और वनमुर्गियों को जंगल में छोड़ा गया है।