नई दिल्ली: GST पर आज महापंचायत। कल ‘भारत बंद’, ट्रांसपोर्टर्स भी करेंगे चक्का जाम, नियमों में बदलाव की मांग।
GST को देश की आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा टैक्स सुधार कहा जाता है, क्योंकि 17 से ज्यादा इनडायरेक्ट टैक्सेज़ का इसमें विलय किया गया। GST लाने का मकसद था कि टैक्स पर टैक्स लगाने का दुष्चक्र खत्म होगा। कंप्लायंस की दिक्कतें घटेंगी। जगह जगह टोल नाकों पर VAT और ऑक्ट्रॉय जांचने के लिए ट्रक नहीं रोके जाएंगे।
लेकिन अब भी व्यापारियों की दिक्कतें खत्म नहीं हुईं हैं। GST को लेकर व्यापारी नाराज हैं।
इसलिए दिल्ली में व्यापारियों ने आज महापंचायत बुलाई है।
इस महापंचायत में 200 से ज्यादा बाजारों के कारोबारी संगठनों के पदाधिकारी शामिल होने वाले हैं। व्यापारियों ने कल यानी 26 फरवरी से भारत बंद का भी ऐलान किया है।
भारत बंद से पहले CAIT ने प्रधानमंत्री को एक चिट्ठी भी लिखी थी।जिसमें GST से जुड़े मुद्दों, ई-कॉमर्स कंपनियों से जुड़े मामलों का जिक्र था। इस चिट्ठी में CAIT ने प्रधानमंत्री से केंद्रीय लेवल पर एक ‘स्पेशल वर्किंग ग्रुप’ बनाने की मांग की थी। जिसमें सीनियर अधिकारी, CAIT के नुमाइंदे और इंडीपेंडेंट टैक्स एक्सपर्टस हों, जो GST के ढांचे की समीक्षा करें और सरकार को सुझाव दें।
